SCO Summit 2022: समरकंद पहुंचे PM मोदी, पुतिन से भी कर सकते हैं मुलाकात

sco summit 2022 | PM Modi

Highlights

SCO SUMMIT 2022


पीएम मोदी पहुंचे समरकंद

एससीओ समिट में लेंगे हिस्सा

पुतिन से शुक्रवार को मुलाकात की है संभावना

नई दिल्ली: एससीओ शिखर सम्मेलन (SCO Summit 2022) में भाग लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Modi) उज्बेकिस्तान (Uzbekistan) की राजधानी समरकंद पहुँच चुके हैं। वे यहाँ एससीओ (शंघाई सहयोग संगठन – Shanghai Cooperation Organisation) की बैठक में हिस्सा लेंगे।

प्रधानमंत्री मोदी ने खुद ट्विटर पर घोषणा की कि वे समरकंद पहुँच गए हैं। यहां शुक्रवार को उनके रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Russian President Vladimir Putin) और मेजबान उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति शवकत मिरजियोयेव (Uzbekistan President Shavkat Mirziyoyev) के साथ द्विपक्षीय बैठक में हिस्सा लेने की भी संभावना हैं।

ये बैठकें एससीओ समिट (SCO Summit 2022) से इतर होंगी। इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी की दूसरे देशों के नेताओं एवं राष्ट्राध्यक्षों से मुलाकात की भी संभावना जताई जा रही हैं। हालाँकि, यह अभी भी अनिर्णीत है।

एससीओ में ये देश हैं शामिल (Member Countries of SCO Summit 2022)

वर्तमान में एससीओ के 8 पूर्णकालिक सदस्य देश हैं। जिसमें चीन, भारत, कजाखस्तान, किर्गिज्स्तान, रूस, पाकिस्तान, तजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान शामिल है। इसके अलावा चार ऑब्जर्वेर देश भी हैं, जो एससीओ की सदस्यता लेने में उत्सुक हैं। इन चारों देशों में अफगानिस्तान, बेलारुस, ईरान और मंगोलिया है। वहीं, एससीओ समिट में 6 डॉयलाग पार्टनर भी शामिल हो रहे हैं, जिसमें आर्मेनिया, अजरबैजान, कंबोडिया, नेपाल, श्रीलंका और तुर्की शामिल हैं।

शंघाई 5 के तौर पर वर्ष 1996 में हुई थी शुरुआत

SCO का मूल नाम “शंघाई 5” था। जिसकी स्थापना वर्ष 1996 में हुई थी। वर्ष 2001 में, इसे शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) नाम दिया गया था। जहां 2001 में, उज्बेकिस्तान को शामिल किया गया था, वही वर्ष 2017 में भारत और पाकिस्तान को एक साथ सदस्यता मिली थी। आज, एससीओ दुनिया के सबसे बड़े संगठनों में से एक है, जिसके सदस्य देश दुनिया के सकल घरेलू उत्पाद का 30% और दुनिया की 40% आबादी का प्रतिनिधित्व करते हैं।

उज्बेकिस्तान के बाद भारत को मिलेगी अध्यक्षता

एससीओ समिट के दौरान एससीओ के काम और भविष्य के सहयोग पर चर्चा होने की संभावना है। वर्तमान में, SCO की अध्यक्षता उज्बेकिस्तान के पास हैं। इसके पश्चात भारत को एससीओ की अध्यक्षता करने का मौका मिलेगा। कोरोना महामारी के बाद यह पहला मौका है जब एससीओ के सभी सदस्य देशों के नेता एससीओ शिखर सम्मेलन (SCO Summit 2022) बैठक में व्यक्तिगत रूप से शामिल हो रहे हैं। बीते दिनों कोरोना संकट के दौरान तमाम तरह की बैठकें ऑनलाइन होती थीं।

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