जयपुर | आम मत
जयपुर निवासियों के लिए एक सुकून भरी खबर, जयपुर में द्रव्यवती रिवर फ्रंट के मेंटेनेंस का काम आज फिर से शुरू हाे गया है। कई महीनों से बंद पड़े इस काम के कारण रिवर फ्रंट (Dravyavati River Front Jaipur) में जगह-जगह गंदगी और मलबे के ढेर लग गए, जिससे यहां बदबू आने लगी थी और यहां बने पार्को में सुबह-शाम टहलने आने वाले लोगों को परेशानी होने लगी थी। जेडीए (जयपुर नगर निगम) अधिकारियों के मुताबिक इस प्रोजेक्ट की सफाई और इसको पुराने स्वरूप में लाने के लिए अभी 25 से 30 दिन का समय और लगेगा।
करीब 69 दिन पहले इस प्रोजेक्ट को बनाने वाली टाटा की फर्म ने इसका काम बंद कर दिया था। मेंटेनेंस का पैसा नहीं मिलने और कुछ दूसरे तकनीकी इश्यू के चलते कंपनी ने काम बंद कर दिया था। तब से यहां सफाई का काम बंद था और यहां गंदे पानी में बदबू आने लगी थी। जिसके कारण इसके आस पास के रहवासियों का जीना दुर्भर हो गया था।
आज से सफाई का काम शुरू
जयपुर नगर निगम (जेडीए) और टाटा कंपनी के बीच हुए एमओयू हुआ था, जिसके बाद आज कंपनी ने अपने संसाधन लगाकर काम शुरू कर दिया। दुर्गापुरा स्थित महारानी फर्म से मशीने लगाकर यहां से मलबा-कचरा निकालने का काम शुरू हो गया है। जेडीए के इंजीनीयरों की माने तो इसकी सफाई का काम करीब एक महीने में पूरा होगा। दुर्गापुरा के अलावा दो-तीन अन्य जगहों पर भी मशीन लगाई गई है और काम शुरू करवाया गया है।
सीवरेज का पानी सीधे आ रहा था नदी में
इस मेंटेनेंस का काम बंद होने के कारण यहां बने अलग-अलग क्षमता के 5 सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का संचालन भी बंद हो गया था। इस कारण इस द्रव्यवती रिवर फ्रंट के आसपास बसी कॉलोनियों के सीवर का पानी सीधे नदी में आ रहा था। इस कारण नदी में सबसे ज्यादा बदबू फैल रही थी। अब वापस इन प्लांट्स को शुरू किया गया है, तो उम्मीद है कि आने वाले समय में नदी में सीधे सीवरेज का पानी ना आकर ट्रीटमेंट प्लांट से ट्रीट होकर पानी आएगा।
110 करोड़ रुपए नहीं देने पर छोड़ा था काम
जेडीए अधिकारियों के मुताबिक कंपनी ने जेडीए (JDA) से मेंटेनेंस के पेटे 110 करोड़ रुपए मांगे थे। लेकिन जेडीए ने तर्क दिया था कि जब तक कंपनी प्रोजेक्ट फाइनल नहीं कर देती तब तक नियमानुसार मेंटेनेंस ऑफिशियली शुरू नहीं कर सकता है। इसको लेकर कंपनी ने काम बंद कर दिया था।
10 साल के मेंटेनेंस की लागत आएगी 206 करोड़ रुपए |
Dravyavati River Front Jaipur Maintenance Cost for 10 Years is Rs 206 Crore
नाहरगढ़ की तलहटी ग्राम जैसलिया से शुरू होकर ढूंढ नदी गोनेर के पास स्थित रामचंद्रपुरा डेम तक 47.50 किलोमीटर लम्बे इस प्रोजेक्ट में 170MLD क्षमता के 5 सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट बने है। जेडीए ने साल 2016 में इस द्रव्यवती रिवर फ्रंट प्रोजेक्ट का काम वसुंधरा सरकार के समय शुरू करवाया था। तब टाटा कंपनी को इस प्रोजेक्ट को बनाने के लिए 1470.85 करोड़ रुपए का कॉन्ट्रैक्ट दिया था। इसके अलावा 206 करोड़ रुपए इस प्रोजेक्ट को अगले 10 साल तक मेंटेनेंस रखने के लिए निर्धारित किए थे। इसके अलावा यहां वॉक-वे, साईकिल ट्रैक के अलावा 3 बड़े पार्क भी बने है, जिनका रखरखाव अभी कंपनी की ओर से किया जा रहा है।